साकोली में किसानों के बैलों की लूट का आरोप, नाना पटोले ने पुलिस और गोरक्षकों पर साधा निशाना
साकोली तालुका में किसानों के बैलों को लेकर गंभीर आरोप सामने आए हैं। विधानसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस नेता नाना पटोले ने आरोप लगाया कि पुलिस और स्वयंभू गोरक्षक मिलकर किसानों के बैलों की जबरन जब्ती कर रहे हैं। उन्होंने गोरक्षा के नाम पर काम कर रही कुछ संस्थाओं को आड़े हाथों लेते हुए तीखी भाषा में नाराज़गी जताई।
नाना पटोले ने कहा कि न्यायालय के आदेश के बावजूद किसानों को उनके बैल अब तक वापस नहीं मिले हैं, जो बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि “यह स्थिति ऐसी है जैसे कुंपन ही खेत को खा रहा हो,” यानी जिन पर संरक्षण की जिम्मेदारी है, वही नुकसान पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने इस पूरे मामले को सत्ता और प्रशासन की मिलीभगत बताते हुए गोरक्षा के नाम पर मिले 220 करोड़ रुपये के फंड का ऑडिट कराने की मांग भी की। पटोले ने कहा कि यदि यह धन सही उद्देश्य के लिए खर्च हुआ है तो सरकार को जांच से पीछे नहीं हटना चाहिए।
इस मुद्दे पर सदन में माहौल गरमा गया और सरकार से जवाब देने की मांग की गई। अब देखना होगा कि प्रशासन और सरकार इन आरोपों पर क्या रुख अपनाती है।
