राज्य की 29 महानगरपालिकाओं के लिए कुल 3 करोड़ 48 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। मुंबई में एकल-सदस्यीय वार्ड होंगे, जबकि अन्य 28 शहरों में बहु-सदस्यीय वार्ड व्यवस्था लागू रहेगी।
महाराष्ट्र नगर निगम चुनाव: मुंबई–ठाणे समेत 29 महानगरपालिकाओं का कार्यक्रम घोषित
मुंबई–ठाणे सहित राज्य की लंबित 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। इन नगर निगमों के लिए 15 जनवरी को मतदान होगा, जबकि 16 जनवरी को मतगणना कर नतीजे घोषित किए जाएंगे। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। यह जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
इन 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव में राज्यभर से 3 करोड़ 48 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
OBC आरक्षण विवाद के कारण लंबे समय से टली थीं चुनाव
OBC आरक्षण को लेकर कानूनी अड़चनों के कारण राज्य की 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव पिछले 5 से 7 वर्षों से लंबित थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव का रास्ता साफ हुआ। इसी क्रम में पहले 2 दिसंबर को नगरपालिकाओं और नगर परिषदों के चुनाव कराए गए और अब शेष 29 महानगरपालिकाओं का चुनाव कार्यक्रम घोषित किया गया है।
महानगरपालिका चुनाव का पूरा शेड्यूल
- नामांकन दाखिल करने की अवधि: 23 से 30 दिसंबर
- नामांकन पत्रों की जांच: 31 दिसंबर
- नाम वापसी की अंतिम तारीख: 2 जनवरी
- चुनाव चिन्ह आवंटन व अंतिम सूची: 3 जनवरी
- मतदान: 15 जनवरी
- मतगणना/परिणाम: 16 जनवरी
राज्य की 27 महानगरपालिकाओं का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, वहीं जालना और इचलकरंजी दो नई महानगरपालिकाओं के लिए भी चुनाव होंगे। इन चुनावों के लिए 1 जुलाई 2025 की मतदाता सूची मान्य होगी, जो केंद्रीय चुनाव आयोग से प्राप्त होने के कारण राज्य आयोग उसमें नाम जोड़ने या हटाने का अधिकार नहीं रखेगा।
मतदाता और मतदान केंद्रों से जुड़ी अहम जानकारी
- कुल मतदाता: 3.48 करोड़
- कुल मतदान केंद्र: 39,147
- मुंबई में मतदान केंद्र: 10,111
- कंट्रोल यूनिट: 11,349
- बैलेट यूनिट: 22,000
चुनाव खर्च की अधिकतम सीमा
राज्य निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों के लिए खर्च की सीमा तय की है:
- ए श्रेणी (मुंबई सहित): ₹15 लाख
- बी श्रेणी: ₹13 लाख
- सी श्रेणी: ₹11 लाख
- डी श्रेणी: ₹9 लाख
वार्ड व्यवस्था और नामांकन प्रक्रिया
मुंबई महानगरपालिका में एकल-सदस्यीय वार्ड होंगे, इसलिए मतदाता केवल एक वोट देंगे। बाकी 28 महानगरपालिकाओं में एक से पांच सदस्यीय वार्ड होंगे, उसी अनुसार मतदान होगा।
उम्मीदवारी आवेदन केवल ऑफलाइन माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे। जिन उम्मीदवारों के पास फिलहाल जाति वैधता प्रमाणपत्र नहीं है, उन्हें चुनाव के छह महीने के भीतर यह प्रमाणपत्र जमा करना होगा।
मतदाता सुविधा और प्रशासनिक व्यवस्था
मतदाता जागरूकता के लिए रील्स और अन्य डिजिटल माध्यमों का उपयोग किया गया है। वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों पर रैंप और व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
इन चुनावों में करीब 1,96,605 कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार और विज्ञापनों पर प्रतिबंध रहेगा।
सीटों का आरक्षण और प्रतिनिधित्व
29 महानगरपालिकाओं में कुल 2,869 सीटों के लिए चुनाव होंगे, जिनमें:
- 1,442 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित
- 759 सीटें OBC वर्ग के लिए
- 341 सीटें अनुसूचित जाति (SC)
- 77 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए होंगी
मुंबई में डुप्लीकेट मतदाताओं की पहचान
मुंबई में लगभग 11 लाख संभावित दोहरे मतदाता चिन्हित किए गए हैं, जो कुल मतदाताओं का करीब 7% हैं। ऐसे मतदाताओं के नाम के सामने दो स्टार चिन्ह लगाए गए हैं। इनके घर जाकर सर्वे किया गया है और यह तय किया गया है कि वे किस मतदान केंद्र पर वोट डालेंगे। जिनका सर्वे नहीं हुआ है, उनसे मतदान केंद्र पर घोषणापत्र लिया जाएगा।
जिन 29 महानगरपालिकाओं में चुनाव होंगे (सीटों सहित)
- बृहन्मुंबई – 227
- भिवंडी-निजामपुर – 90
- नागपुर – 151
- पुणे – 162
- ठाणे – 131
- अहमदनगर – 68
- नाशिक – 122
- पिंपरी-चिंचवड – 128
- औरंगाबाद – 113
- वसई-विरार – 115
- कल्याण-डोंबिवली – 122
- नवी मुंबई – 111
- अकोला – 80
- अमरावती – 87
- लातूर – 70
- नांदेड-वाघाळा – 81
- मीरा-भाईंदर – 96
- उल्हासनगर – 78
- चंद्रपुर – 66
- धुले – 74
- जळगांव – 75
- मालेगांव – 84
- कोल्हापुर – 92
- सांगली–मिरज–कुपवाड – 78
- सोलापुर – 113
- इचलकरंजी – 76
- जालना – 65
- पनवेल – 78
- परभणी – 65
