आसन्न व्यापार समझौते को लेकर बढ़ती अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को फोन पर बातचीत की और कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
जारी बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने भारत–अमेरिका साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की और व्यापार, महत्वपूर्ण तकनीक, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग विस्तार पर जोर दिया।
बयान में खास तौर पर कहा गया कि दोनों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए चल रहे प्रयासों की गति बनाए रखने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
नेताओं ने 21वीं सदी के लिए तैयार India-US COMPACT (Catalysing Opportunities for Military Partnership, Accelerated Commerce & Technology) के तहत रक्षा, ऊर्जा, सुरक्षा और उभरती तकनीकों में मजबूत सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी X पर पोस्ट कर बातचीत को “गरमजोशी भरी और सार्थक” बताया और कहा कि दोनों देशों के बीच वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए सहयोग जारी रहेगा।
समय का महत्व
फोन कॉल ऐसे समय हुई है जब जुलाई में अमेरिका ने भारत के रूसी तेल खरीदने पर 25% पेनल्टी लगाई और 27 अगस्त से लागू की। भारत ने इन शुल्कों को अनुचित बताते हुए विरोध किया है, यह तर्क देते हुए कि रूस से तेल खरीदने में चीन सबसे आगे है और एलएनजी सबसे ज्यादा यूरोपीय संघ लेता है।
हाल ही में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा और मोदी–पुतिन की नज़दीकी भी अमेरिका में चर्चा का विषय बनी रही। अमेरिकी राजनीतिज्ञों ने कहा कि ट्रंप की नीतियों ने भारत को अमेरिका से दूर और रूस के और करीब धकेल दिया है।
एक डेमोक्रेटिक सांसद ने संसद में मोदी और पुतिन की कारपूल तस्वीर दिखाते हुए ट्रंप की विदेश नीति पर तीखा हमला भी किया, यह कहते हुए कि उनकी नीतियों ने भारत–अमेरिका के भरोसे और समझ को नुकसान पहुंचाया है।
