Wardha MD Drug Case: ₹192 करोड़ की ड्रग्स जब्ती से जिले में हड़कंप, भाजपा विधायक ने महाराष्ट्र पुलिस पर उठाए सवाल
वर्धा जिले के छोटे से गांव करंजा में करीब ₹192 करोड़ मूल्य के एमडी ड्रग्स की जब्ती से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। यह कार्रवाई दिल्ली से आई डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की टीम ने की। चौंकाने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी कार्रवाई की जानकारी स्थानीय पुलिस तंत्र को नहीं थी, जिसके बाद इस मामले पर तीखी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय भाजपा विधायक सुमित वानखेड़े ने महाराष्ट्र पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना गृह राज्यमंत्री पंकज भोयर के जिले में हुई है और इस पर आंख मूंदना ठीक नहीं है।
महाराष्ट्र पुलिस पर गंभीर आरोप
भाजपा विधायक सुमित वानखेड़े ने कहा कि “करंजा जैसे छोटे गांव में ₹192 करोड़ के एमडी ड्रग्स का मिलना बेहद चिंताजनक और महाराष्ट्र पुलिस के लिए शर्मनाक है। दिल्ली से DRI की टीम आकर इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्त करती है और वर्धा पुलिस, स्थानीय थाना और क्राइम ब्रांच को इसकी भनक तक नहीं लगती—यह बेहद लज्जास्पद स्थिति है।”
उन्होंने आगे कहा कि वर्धा महात्मा गांधी का जिला है और यहां इतने बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थों की मौजूदगी किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है।
गृह राज्यमंत्री की भूमिका पर भी सवाल
वानखेड़े ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री इस पुलिस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि जब वर्धा गृह राज्यमंत्री का ही जिला है, तब भी पुलिस का ऐसा उदासीन रवैया चिंताजनक है। उन्होंने इस तरह गृह राज्यमंत्री पंकज भोयर की क्षमता पर भी सवाल खड़े किए।
वानखेड़े ने आशंका जताई कि करंजा में बड़े पैमाने पर एमडी ड्रग्स का निर्माण कर उसे नागपुर और आसपास के बड़े शहरों में सप्लाई करने की साजिश थी।
पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल, जांच तेज
गृह राज्यमंत्री के जिले में इतनी बड़ी घटना सामने आने के बाद वर्धा जिला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। विधायक ने दावा किया कि करंजा क्षेत्र में एक बड़ा ड्रग्स नेटवर्क सक्रिय था, जहां तैयार नशीले पदार्थ विदर्भ के प्रमुख शहरों में भेजे जा रहे थे।
फिलहाल, DRI द्वारा जब्त किए गए ड्रग्स मामले की विस्तृत जांच जारी है और पूरे तस्करी नेटवर्क का पता लगाने की कार्रवाई चल रही है।
पूरा मामला क्या है?
वर्धा जिले के करंजा (घाडगे) इलाके में गुप्त रूप से चल रही मेफेड्रोन निर्माण फैक्ट्री का DRI ने ‘ऑपरेशन हिंटरलैंड ब्रू’ के तहत पर्दाफाश किया। छापेमारी के दौरान करीब 128 किलो मेफेड्रोन, जिसकी कीमत लगभग ₹192 करोड़ आंकी गई है, जब्त की गई।
इस कार्रवाई में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही ड्रग्स निर्माण में इस्तेमाल की जा रही अस्थायी भट्टियां, बड़े बर्तन, रसायन और अन्य उपकरण भी बरामद किए गए हैं। शुरुआती जांच में बड़े पैमाने पर अवैध ड्रग्स तैयार किए जाने के संकेत मिले हैं।