भारत के युवा स्टार बल्लेबाज़ शुभमन गिल की गर्दन में चोट के कारण संभव है कि वह भारत–दक्षिण अफ्रीका दूसरा टेस्ट न खेल पाएं। कोलकाता टेस्ट की दूसरी पारी में गिल की अनुपस्थिति भारत को भारी पड़ी, जिसने 124 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हार का सामना किया।
भारत के गेंदबाज़ी कोच मॉर्नी मोर्कल ने कहा कि चोट वर्कलोड की वजह से नहीं, बल्कि “खराब नींद” की वजह से भी हो सकती है। फिर भी, गिल पिछले काफी समय से लगातार सभी फॉर्मेट में खेल रहे हैं। वह IPL में गुजरात टाइटंस के कप्तान हैं और भारत की ODI, टेस्ट और T20 टीमों में अहम भूमिका निभाते हैं।
आकाश चोपड़ा का स्पष्ट सुझाव
पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा ने गिल को लेकर एक साफ़ सलाह दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने इसी मुद्दे पर गौतम गंभीर से बात की थी, और उनका जवाब था—
“अगर वर्कलोड मैनेजमेंट चाहिए, तो IPL मत खेलें।”
चोपड़ा ने कहा कि यदि IPL टीम की कप्तानी का दबाव ज़्यादा महसूस हो तो कप्तानी छोड़ देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा:
“जब खिलाड़ी फिट हो, मानसिक रूप से थका न हो और 100% तीव्रता के साथ खेल सके—तो जितने मैच खेल सकते हैं, खेलने चाहिए। फॉर्म अच्छी हो तो उसका पूरा फायदा उठाना चाहिए, क्योंकि खराब फॉर्म कब आए, पता नहीं चलता।”
“गिल को अपनी फॉर्म का पूरा फायदा उठाना चाहिए”
चोपड़ा का मानना है कि शुभमन गिल अपनी शानदार फॉर्म में जितना अधिक खेलेंगे, उतना बेहतर होगा।
उन्होंने कहा:
“जब सूरज चमक रहा हो, और फिटनेस या मानसिक थकान की कोई दिक्कत न हो, तो जितना संभव हो उतना खेलना चाहिए।”
चोपड़ा ने विराट कोहली का उदाहरण देते हुए बताया कि अपने शुरुआती वर्षों में कोहली ने तीनों फॉर्मेट लगातार खेले, बिना ब्रेक लिए, और उनकी तीव्रता भी कभी कम नहीं हुई।
“भारत के लिए खेलते समय वर्कलोड की बात न करें”
आकाश चोपड़ा ने गंभीर से सहमति जताते हुए कहा:
“जब आप भारत के लिए खेलते हैं, तो देश के लिए खेलते हैं। अगर ब्रेक चाहिए, तो कुछ मैचों या IPL की कप्तानी से विराम लें—लेकिन भारतीय टीम के लिए खेलते समय वर्कलोड मैनेजमेंट की बात नहीं करनी चाहिए।”
उन्होंने उम्मीद जताई कि शुभमन गिल जल्द ठीक होकर गुवाहाटी में खेलने उतरें, क्योंकि ईडन गार्डन्स टेस्ट में उनकी कमी साफ़ महसूस हुई।
