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भारत ने जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल किया l

नई दिल्ली: भारत ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए नाममात्र (Nominal) जीडीपी के आधार पर जापान को पीछे छोड़ दिया है और अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। भारत की अर्थव्यवस्था का आकार लगभग $4.188 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो जापान के $4.186 ट्रिलियन डॉलर से थोड़ा अधिक है। यह जानकारी केंद्रीय सरकार द्वारा जारी सालांत आर्थिक समीक्षा और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय अनुमानों से सामने आई है।

सरकार के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार भारत पिछले वर्षों में लगातार मजबूत आर्थिक वृद्धि दर बनाए हुए है। इस उपलब्धि को महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है, क्योंकि भारत अब केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जर्मनी के बाद चौथे स्थान पर है। अंतिम पुष्टि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा जारी 2025 के पूर्ण GDP डेटा के जून-जुलाई 2026 में आने पर की जाएगी, लेकिन सरकारी स्रोतों का मानना है कि भारत की स्थिति मजबूत बनी हुई है।


भारत की आगे की रणनीति और लक्ष्य

सरकार का मानना है कि आने वाले कुछ वर्षों में भारत जर्मनी को भी पीछे छोड़ सकता है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर आगे बढ़ सकता है। इस दिशा में आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि भारत की तेज़ बढ़ती अर्थव्यवस्था, युवा जनसंख्या और निरंतर आर्थिक सुधार इसके लिए मुख्य आधार हैं।

भारत ने पिछले लगभग दस वर्षों में अपनी GDP लगभग दोगुनी की है, जो इसके तेज़ विकास और सुधारों का परिणाम है। वित्त मंत्रालय ने बताया है कि महंगाई नियंत्रण, घरेलू मांग में वृद्धि और रोजगार के अवसरों में सुधार जैसे कारक भी इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।


वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में भारत

IMF और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों की रिपोर्टों के अनुसार, भारत न केवल दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, बल्कि यह तेज़ी से विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) सहित आर्थिक विश्लेषकों ने भी भारत की वृद्धि दर के हालिया आंकड़ों में मजबूती देखी है और कहा है कि यदि यही रफ्तार बनी रहती है, तो भारत आने वाले वर्षों में और ऊँचे स्तर पर पहुंच सकता है


सरकार का नजरिया

केंद्रीय मंत्रालयों ने इस उपलब्धि को भारतीय आर्थिक प्रबंधन की सफलता बताया है। उनका कहना है कि भारत की अर्थव्यवस्था ने ऊँची वृद्धि दर, निम्न महंगाई दर और बेहतर रोजगार अवसरों के साथ वैश्विक मंच पर अपनी प्रभावशाली स्थिति दर्ज करवाई है। विशेषज्ञों का मानना है कि निरंतर सुधार और निवेश में बढ़ोतरी से भारत 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य हासिल कर सकता है l

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