बेंगलुरु टेक समिट (BTS 2025) का 28वाँ संस्करण मंगलवार को शुरू होगा। इसे कर्नाटक सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी और बायोटेक विभाग और STPI द्वारा आयोजित किया गया है। उद्घाटन कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया करेंगे, और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार भी उपस्थित रहेंगे।
इस कार्यक्रम में कई अंतरराष्ट्रीय और भारतीय नेता संबोधित करेंगे, जिनमें डी.के. पाटिल (कर्नाटक के उद्योग मंत्री), जर्मनी की इलेसे आइग्नर, नॉर्वे के मंत्री Jan Christian Vestre, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न के मेयर Nicholas Reece, पोलैंड के Deputy Minister Rafal Rosinski और STPI के महानिदेशक अरविंद कुमार शामिल हैं।
उद्घाटन का मुख्य आकर्षण “India Futurises: From Leap-frogging to Pole-vaulting” नामक प्लेनरी सत्र होगा। इसमें कर्नाटक के आईटी/बीटी मंत्री प्रियंक खड़गे, इन्फोसिस के सह-संस्थापक Kris Gopalakrishnan, बायोकॉन की संस्थापक किरण मज़ूमदार-शॉ और Accel India के Prashanth Prakash जैसे बड़े उद्योग नेता शामिल होंगे। प्री-इवेंट में प्रियंक खड़गे के साथ KEONICS के चेयरमैन शरत कुमार, विभाग की सचिव मंजुला एन और KITS के प्रबंध निदेशक राहुल शरणप्पा भी मौजूद थे।
प्रियंक खड़गे ने कहा कि यह समिट अब एक सच्चा वैश्विक नवाचार मंच बन चुका है, जो आईटी, बायोटेक, डीपटेक, स्पेस और स्थिरता जैसे क्षेत्रों में नई खोज और विकास को बढ़ावा देता है।
उन्होंने घोषणा की कि इस बार सरकार “The Future Makers Conclave” भी आयोजित करेगी — जिसमें लगभग 10,000 स्टार्टअप संस्थापक, निवेशक और नवाचारकर्ता शामिल होंगे। यह कॉन्क्लेव स्टार्टअप समुदाय को फंडिंग, बिज़नेस अवसर, मेंटरशिप और नेटवर्किंग जैसी ठोस सुविधाएँ देने के उद्देश्य से बनाया गया है।
इस वर्ष का थीम “Futurise” है। समिट में दुनिया भर के नेता, नीतिनिर्माता, निवेशक और स्टार्टअप शामिल होंगे ताकि DeepTech, Biotech & HealthTech, Semiconductors और Startup Innovation जैसे क्षेत्रों में नए अवसरों पर चर्चा हो सके।
BTS 2025 में दस प्रमुख कॉन्फ़्रेंस ट्रैक होंगे—जैसे IT & DeepTech, Electro-Semicon, Digital Health, India-USA Tech Conclave और Global Collaboration.
AI Universe, Defence & SpaceTech, Finverse, Assistech, Academia–Industry Collaboration और Women in Leadership जैसे सब-ट्रैक भी शामिल हैं।
कार्यक्रम में लगभग 50,000 से अधिक आगंतुक, 1,000 निवेशक, 15,000 प्रतिभागी, 500 स्पीकर्स, और 1,000 प्रदर्शक शामिल होने की उम्मीद है।
80 नॉलेज सेशनों और 5,000 मीटिंग्स के दौरान, 60+ देशों और भारत के सभी 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि एक साथ आएंगे ताकि विचार साझा कर सकें, नए सहयोग बना सकें और भारत की तकनीकी नेतृत्व स्थिति को और मजबूत कर सकें।
